उद्देश्य एवं प्रकल्प

वैश्विक सनातन सेवा समिति (रजि.) का उद्देश्य केवल धार्मिक जागरूकता फैलाना नहीं है, बल्कि समाज निर्माण, संस्कृति संरक्षण और राष्ट्रीय चरित्र निर्माण को भी केंद्र में रखना है। संस्था द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में कार्य किए जा रहे हैं, जो निम्नलिखित हैं:


🛕 मुख्य उद्देश्य:

  1. सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार

    • प्राचीन भारतीय संस्कृति, वेद, पुराण, उपनिषद व गीता के सन्देश को जन-जन तक पहुँचाना।

    • धार्मिक आयोजनों व कथा प्रवचनों द्वारा आत्मिक जागरूकता फैलाना।

  2. राष्ट्रप्रेम और चरित्र निर्माण

    • युवाओं में देशभक्ति, अनुशासन और नैतिक मूल्यों को विकसित करना।

    • देशभक्ति कवि सम्मेलनों, शिविरों और संस्कार शालाओं का आयोजन।

  3. गौ सेवा एवं पर्यावरण संरक्षण

    • गौशालाओं की स्थापना व संरक्षण।

    • वृक्षारोपण अभियान और स्वच्छता अभियान।

  4. नारी सशक्तिकरण एवं सामाजिक समानता

    • महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशिक्षण शिविर व सहायता कार्यक्रम।

    • समाज में लैंगिक समानता व सम्मान को बढ़ावा देना।

  5. शिक्षा एवं स्वास्थ्य

    • निर्धन बच्चों के लिए निशुल्क शिक्षा अभियान।

    • स्वास्थ्य शिविर, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा को बढ़ावा देना।

  6. आपदा राहत एवं सेवा कार्य

    • प्राकृतिक आपदाओं में राहत सामग्री, भोजन वितरण व पुनर्वास कार्य।

    • ज़रूरतमंदों के लिए वस्त्र, भोजन व सहायता की व्यवस्था।


📌 प्रमुख प्रकल्प:

  • "संस्कार भारती" अभियान – बच्चों को भारतीय संस्कृति, योग और नैतिक शिक्षा से जोड़ना।

  • "गौ रक्षा यात्रा" – ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में गौ सेवा व जागरूकता फैलाना।

  • "राष्ट्र गान गौरव यात्रा" – स्कूलों और कॉलेजों में राष्ट्रगान और देशभक्ति गीतों के प्रति सम्मान जागृत करना।

  • "कवि सम्मेलन मंच" – देशभक्ति, धर्म और सामाजिक विषयों पर काव्य प्रस्तुतियों का आयोजन।